Jammu kashmri से धारा 370 हटने के Pakistan ने दुनिया के तमाम दरवाजे पर दस्तक देनें के बाद भी उसे कुछ नही हासिल हुआ। उसे China के अलावा और किसी भी देश का साथ नही मिला।
स्वंय पाक के गृह मंत्री ने यह बात मान ली कि इस मुद्दे पर कोई भी देश हमारा साथ नही बल्कि भारत के साथ है और पाक के प्रधानमंत्री Imran Khan लोगों के बाच हंसी के पात्र बने हुए हैं।
आज हम पाकिस्तान के हुक्मरानों के लिए ये कहने को मजबूर हुए हैं, क्योंकि कश्मीर पर पाकिस्तान ने एक बार फिर सफेद झूठ बोला है. UNHRC में पाकिस्तान ने कश्मीर पर भारत के खिलाफ 115 पन्नों के डोजियर में आधारहीन आरोप लगाए, लेकिन उसमें इतना साहस नहीं था कि डोजियर पर बहस की मांग करे. भारत ने भी पाकिस्तान को जवाब देते हुए कहा है कि कश्मीर राग अलापना बंद करे. chitraaum जो पाकिस्तान (POK) मे कश्मीरियों और बलूचिस्तान में बलोचों पर असहनीय ज़ुल्म करता है, जिस पाकिस्तान से अल्पसंख्यक हिंदू सिख ईसाई जान बचाकर भाग रहे हैं क्या वह पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ मानवाधिकार का मुद्दा उठाकर दुनिया को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहा है
उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर मिले कथित समर्थन के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 58 देशों का आभार जताया है जिन्होंने पाकिस्तान का समर्थन दिया, जबकि इस परिषद में कुल 47 देश ही हैं.
इमरान के ट्वीट पर पाकिस्तान की पत्रकार नायला इनायत ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा - 'क्या संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में 47 देश नहीं है? हालांकि पीएम 58 देशों को धन्यवाद देना चाहते हैं. मुझे लगता है कि वह जिन्न भी गिन रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा - 'क्या इन 58 देशों बलूचिस्तान, सिंधुदेश और पस्तुनिस्तान शामिल हैं? वर्तमान unhrc में 47 सदस्य देश हैं.आशुतोष कुमार ने कहा कि 'झूठ भी बोलो तो सोच कर बोलो.'
वहीं पर एक दूसरे यूजर गौरव ने लिखा कि पाकिस्तान 11 बार चीन को शुक्रिया अदा कर रहा है और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी पर भारतीय विदेश मंत्रालय भी चुटकी ली। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान ही बता सकता है कि 47 सदस्यों वाली सभा में 60 देश कैसे हो सकता है।
Posted by - Anand Pandey