नई दिल्ली:अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के करीब एक हफ्ते के दौरे के बाद शनिवार की रात दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे पीएम मोदी का स्वागत किया गया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया की नजरों में .....
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अमेरिका में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम और संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन के बाद शनिवार रात स्वदेश लौटने पर भव्य स्वागत किया गया। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद भाजपा नेताओं ने उनका किया स्वागत।
पीएम मोदी ने अपने समर्थकों का अभिवादन किया और कहा कि आज दुनिया में भारत का मान बढ़ा है. इसी दौरान उन्होंने तीन साल पहले की 28 सितंबर की रात का भी जिक्र किया।
उन्होंने नवरात्रि की बधाई देते हुए कहा, 'भारत के कोने-कोने में कल से नवरात्री का पर्व शुरू हो रहा है. हिंदुस्तान के हर कोने में शक्ति उपासना का पर्व प्रारंभ हो रहा है. मैं सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने Howdy Modi का जिक्र करते हुए कहा कि ह्यूस्टन का वो समारोह, उसकी विशालता और भव्यता, प्रेजिडेंट का वहां आना, दुनिया को हमारी दोस्ती का अहसास होना, वो तो सब है ही, लेकिन इतने कम समय में अमेरिका के हमारे भारतीय भाई-बहनों ने जिस शक्ति का प्रदर्शन किया उसकी वाहवाही हर तरफ थी.
पीएम मोदी ने साल 2016 में हुई Surgical strike का जिक्र किया. पीएम ने कहा, 'आज 28 सितंबर है, तीन साल पहले इसी तारीख को मैं पूरी रात एक पल भी सोया नहीं था. पूरी रात जागता रहा था. हर पल telephone की घंटी कब बजेगी, इसी के इंतजार में था. वो 28 सितंबर भारत के वीर जवानों के पराक्रम की एक स्वर्णिम गाथा लिखने वाला था.'
सर्जिकल स्ट्राइक पर पीएम ने कहा कि 'तीन साल पहले 28 की रात को ही मेरे देश के वीर जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक करके भारत की आन-बान-शान को दुनिया के सामने और अधिक ताकत के साथ प्रस्तुत किया था. मैं आज उस रात को याद करते हुए, हमारे वीर जवानों के साहस को प्रणाम करता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं.'
नवरात्र का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि 'कल से नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है. हिंदुस्तान के हर कोने में शक्ति उपासना का पर्व प्रारंभ हो रहा है. दुर्गा पूजा का महोत्सव प्रारंभ हो रहा है. मैं सभी देशवासियों को इस पावन पर्व की हृदय पूर्वक बहुत शुभकामना देता हूं।
आपको बता दें कि 29 सितंबर का दिन इतिहास में भारत द्वारा पाकिस्तान में घुसकर उसके आतंकी जगहों को तबाह करने के साहसिक कदम के तौर पर दर्ज है। जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में इंडियन आर्मी के कैंप पर हुए आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे। 18 सितंबर 2016 को हुए इस हमले में पाकिस्तान आतंकियों का हाथ बताया गया।
Posted by - Anand Pandey