बस्ती: ब्राह्मणों का जनेऊ कांड को लेकर ब्राह्मण समाज ने किया विरोध प्रदर्शन

 



नई दिल्ली:   जनेऊ ब्राह्मस्त्र है जिसे अपमानित और तोडने का कार्य करके बस्ती के पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने अपने सर्वनाश का निमंत्रण दिया है. बस्ती जिले में गत दिनों एक ब्राम्हण परिवार के तीन लोगों को थाने में जनेऊ उतरवा करके तोड़ने जातिसूचक गाली देने तथा मारने का मामला समाने आया और अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष यूपी रत्न पंडित राजेंद्र नाथ त्रिपाठी बस्ती पहुंचे .जिले के ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ लोगों के साथ बैठक कर पीड़ित परिवार मिले और इस घटना की जानकारी लिया और त्रिपाठी ने बस्ती के एसपी के इस अलौकिक कर्तव्य पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि बस्ती का दलित कप्तान जनेऊ को तोड़कर के अपने सर्वनाश का निमंत्रण दिया है, तथा देश की विशाल ब्राह्मण समाज की भावनाओं को ज़ख्मी करते हुए अपमानित करने का कार्य किया है।25 नवंबर को बस्ती जिला अधिकारी कार्यालय पर कम से कम 5000 ब्राह्मण निर्वस्त्र होकर  जनेऊ धारण करके प्रदर्शन किये और लोगों ने कहा कि अगर तत्काल इस कप्तान को हटाया नहीं गया और सजायाफ्ता नहीं किया गया तो पूरे देश में विशाल ब्राह्मण समाज इस मामले को लेकर  उग्र आंदोलन करेगा।


बस्ती में जनेऊ प्रकरण को लेकर बीएसए कैंपस में ब्राह्मण समाज के लोग जुटे और इस प्रकरण के खिलाफ़ लड़ाई के लिए तैयार हुए,और उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले मे गम्मज हत्याकांड में अभियुक्तों से जनेऊ उतरवाकर पूछताछ किये जाने के आहत बाम्हण समाज के लोगो ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध दर्ज कराने को  सैकड़ों की संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग नार्मल बिल्डिंग के पास एकत्र हो विरोध प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी कार्यालय जाने का प्रयास किया   लेकिन पुलिस उन्हें रास्ते मे रोक लिया, पुलिस अधिकारी उन्हे मनाने में जुटे हैं लेकिन प्रदर्शनकारी कतई मानने को तैयार नही हैं।


प्रदर्शनकारियों ने दो दिन पहले एक होटल में पत्रकार वार्ता कर नग्न प्रदर्शन की चेतावनी दिया था काफी मस्कत के बाद आंदोलनकारियो ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन अपर पुलिस अधीक्षक को सौपा कर कारवाही की मांग किया। ब्राह्मण नेता अभयदेव शुक्ल का कहना है कि प्रशासन अगर दमनकारी कार्यवाही कर रही है धर्म का अपमान बर्दास्त नही। ए एस पी पंकज ने इस बाबत कहा की ज्ञापन ले लिया गया है और जो इनकी मांग है उस पर न्यायोचित कार्यवाही की जाएगी, लेकिन जुलूस निकालने का किसी को आदेश नहीं दिया गया है और न समाज में इस तरह के कार्यक्रम को करने की इजाजत दी जाएगी।


 


 


Posted By - Anand Pandey