Ram-Ravana and Hanuman बनें स्टार ,देखें कौन - कौन TV पर बनी ''देवी मां''

नवरात्रि का पावन शुभ अवसर पर 8 अक्टूबर को दशहरा का त्योहार भी बहुत धूमधाम से मनाया जाएगा। वैसे छोटे पर्दे पर भी धार्मिक टीवी शोज का क्रेज शुरुआत से ही देखने को मिलता रहा है।


अब वहीं बड़े पर्दे के साथ ही अब छोटे पर्दे के सितारों का भी कद बड़ा हो गया है।  हालांकि फिल्म करीब 2-3 घंटे की होती है, ऐसे में दर्शक उसमें किरदार को देखते हैं और सिनेमा के बाहर आकर भूल जाते हैं।  कुछ किरदार इसमें अपवाद भी होते हैं। लेकिन टीवी शोज एक साल से लेकर पांच-छह साल या फिर उससे भी लंबे वक्त तक चलते हैं। ऐसे में किरदार जब हर दिन एक खास वक्त पर दर्शकों के सामने आता है तो वो सेलेब्स की हकीकत से भी बड़ा हो जाता है। इस पर भी सोने पे सुहागा हो जाता है जब किरदार धार्मिक होता है। वैसे तो टीवी पर धार्मिक शोज की कमी नहीं है। आपको अलग- अलग चैनल पर अलग- अलग टीवी शोज देखने को मिल जाएंगे। लेकिन इन धार्मिक टीवी शोज की शुरुआत दूरदर्शन के साथ ही हो गई थी। ऐसे में एक नजर उस वक्त के किरदारों पर जो आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं।



रामायण
आप को बता दें कि 25 जनवरी 1987 को दूरदर्शन पर एक ऐसा TV शो शुरू हुआ जो इतिहास रच दिया। शो का नाम था 'रामायण', जिसके निर्देशक थे रामानंद सागर। टीवी शो रामायाण 31 जुलाई 1988 तक टेलिकास्ट हुआ था। इतने वक्त में रामायण के 78 एपिसोड दर्शकों के सामने आए थे, लेकिन इन 78 एपिसोड्स ने दर्शकों पर ऐसा जादू डाला जो आज तक कोई शो नहीं कर पाया। कि शो शुरू होने से पहले टीवी की आरती उतारी जाती थी। न सिर्फ आरती बल्कि साथ ही साथ शो खत्म होने के बाद प्रसाद बांटा जाता था। चूंकि उस वक्त हर घर में टीवी भी नहीं था जो कई सारे लोग एक घर में बैठकर एक साथ रामायण देखते थे।  न सिर्फ टीवी शो बल्कि साथ ही साथ रामायण के किरदारों को भी दर्शकों ने भगवान जैसा ही दर्जा दिया। रामानंद सागर की रामायण में सीता की भूमिका में दीपिका चिखलिया और राम की भूमिका में अरुण गोविल नजर आए थे। इन दोनों को दर्शकों को इतना प्यार मिला की लोग सच में उन्हें राम-सीता की तरह पूजने लगे थे। वहीं कई बार ऐसा भी देखने को मिला जब लोग हकीकत में इनकी पैर छूने लगे थे।



दारा सिंह
रामानंद की रामायण में ही राम सीता के अलावा हनुमान के किरदार ने लोगों के दिलों में जगह बनाई थी। शो में हनुमान का किरदार दारा सिंह ने निभाया था। दारा सिंह की लंबी-चौड़ी कद-काटी के आगे अच्छे-अच्छे एक्टर्स फेल थे। इसलिए इस बड़े रोल के लिए दारा सिंह को ही चुना गया। बता दें कि दारा सिंह एक पहलवान भी रह चुके हैं और अखाड़े के हर दांव-पेंच से भी अच्छी तरह वाकिफ हैं। वैसे दारा सिंह ने हनुमान से न सिर्फ लोगों का दिल जीता था बल्कि साथ ही साथ उस वक्त के मुताबिक शो के लिए एक मोटी फीस भी ली थी। दारा सिंह ने रामायण में हनुमान के किरदार के लिए 30 से 33 लाख रुपये लिए थे।



अरविंद त्रिवेदी


एक तरफ जहां रामायण में अपने किरदारों के चलते अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया और दारा सिंह को दर्शकों का खूब प्यार मिला तो वहीं अरविंद त्रिवेदी को लोग हकीकत में ही रावण मानने लगे थे। ऐसे में कुछ लोग तो उनसे नफरत तक करने लगे थे। बता दें कि रावण के किरदार और अरविंद त्रिवेदी में एक बात समान थी कि दोनों ही शिव भक्त थे।


आज के वक्त में भी हिट हैं धार्मिक शोज और किरदार
दरअसल ऐसा नहीं है कि सिर्फ दूरदर्शन के वक्त पर ही टीवी शोज के धार्मिक किरदारों को लोगों ने पसंद किया। आज के वक्त में भी कई ऐसे सितारे हैं जिन्होंने अलग अलग टीवी शोज में अलग अलग धार्मिक किरदार निभाया और दर्शकों का प्यार जीता। एक नजर कुछ ऐसे ही हालिया धार्मिक किरदार निभाने वाले सितारों पर...


पूजा बोस: देवों के देव महादेव सीरियल में पार्वती का किरदार
ग्रेसी सिंह: टीवी शो 'संतोषी मां' में माता संतोषी का किरदार 
सौरभ पांडे: सूर्यपुत्र कर्ण में कृष्णा का किरदार
मौनी रॉय: देवों के देव महादेव में सती का किरदार
सोनारिका भदौरिया: देवों के देव महादेव में पार्वती का किरदार
निर्भय वाधवा: टीवी शो 'संकटमोचन महाबली हनुमान' में हनुमान का किरदार
मदिराक्षी मुंडले: टीवी शो सिया के राम में सीता का किरदार
मोहित रैना: टीवी शो 'देवों के देव महादेव' में शिव का किरदार
आशीष शर्मा: टीवी शो 'सिया के राम' में राम का किरदार
सौरभ राज जैन: टीवी शो 'महाभारत' में कृष्णा का किरदार


धार्मिक किरदार निभाना बना समस्या
ऐसे नहीं है कि धार्मिक किरदार निभाने से सितारों को सिर्फ और सिर्फ फायदा ही हुआ है। अगर इसके एक सिक्के के पहलू में बड़ा फायदा है तो वहीं दूसरे सिक्के के पहलू में कई नुकसान भी हैं। दरअसल जब कोई सितारा हर दिन दर्शक के सामने किसी धार्मिक किरदार में आता है तो दर्शक सिर्फ और सिर्फ उसे वैसे ही पसंद करना शुरू कर देते हैं। जिसके बाद जब बाद में वो सेलेब किसी और किरदार में आता है तो दर्शक उसे सिरे से नकार देते हैं। इसका खामियाजा अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया जैसे कई किरदार भुगत चुके हैं।



बदल रहा है दर्शक
वैसे बदलते दौर में न सिर्फ टीवी शोज के तरीके बदले हैं बल्कि साथ ही साथ दर्शक भी बदले हैं। दरअसल कुछ साल पहले तक इंटरनेट और सोशल मीडिया न के बराबर था ऐसे में सिर्फ और सिर्फ किरदार के दम पर ही दर्शक अपने पसंदीदा सितारों को पहचानते थे और जब अचानक से उनका दूसरा पहलू सामने आता थो तो वो उसे अपना नहीं पाते थे। लेकिन अब सोशल मीडिया की मदद से सितारे अपनी जिंदगी के दूसरे पहलू के बारे में भी फैंस को बताते रहते हैं। ऐसे में जब टीवी की 'सीता' अगर 'गीता' के रूप में दूसरे किरदार करती नजर आती है तो दर्शक उस किरदार को भी वक्त देते हैं और सिरे से नकारते नहीं हैं। मौनी रॉय और आशीष जैन जैसे कई सितारे इस बात का उदाहरण हैं। जिन्होंने अपने धार्मिक किरदारों से फैंस का दिल जीता तो वहीं बाद में दूसरे किरदारों से अपनी एक्टिंग का जलवा भी दिखाया।


 


  Posted by - Anand Pandey